मंगलवार, 5 अप्रैल 2016

दोस्त (स्कूल लाइफ के )

दोस्त : -  ऐसे लोग जिनका रिश्ता भगवान् में खून का नहीं बनाया है लेकिन ऐसा रिश्ता बनाया है जो खून से भी बड़कर है ऐसे इन्सान जिनके बिना जिन्दगी केवल जिया जाता है इनके साथ उसको इंजॉय किया जाता है  ऐसे ही कुछ इन्सान मेरी भी लाइफ में आये है लेकिन मेरी लाइफ में दोस्ती लम्बे समय तक नहीं रही है इसलिए यहाँ में केवल उन इंसानों के बारे में बताऊंगा जो मेरी लिए बहुत जरुरी रहे है
हिमांशु : -  मेरा सबसे पहला दोस्त मेरे लाइफ में ये इन्सान उस समय आया जब में ६ क्लास में था मेरे स्कूल का दोस्त हमारी जानकारी कैसी हुई मुझे याद नहीं है लेकिन मुझे इतना याद है की हम दोनों का एक दुसरे के बिना कुछ नि होता था जब भी एक दोस्त स्कूल नहीं आता था तो सभी क्लासमेट कहते थे की आज दूसरा भी नहीं आएगा हमारी दोस्ती बहुत लम्बे समय तक रही थी मेरी स्कूल लाइफ का अगर कोई दोस्त है तो वो केवल येही इन्सान है  हमारी दोस्ती की कुछ भुत प्यारी यादें है जिनको में आगे बताऊंगा
अमिता शर्मा ( नाम बदला हुआ है ) : -  मैंने SMS स्कूल अपनी क्लास 5 में ज्वाइन करी थी class 6 में मेरी क्लास में एक लड़की आई थी वो मेरे साथ मेरे बचपन के स्कूल में भी साथ थी लेकिन मुझे वहाँ का कुछ उससे जुडा याद नहीं है क्लास 8 में मैंने उसको पहली बार ध्यान से देखा था जब हमारे पानी पिने के जगह पर वो मुझसे टकराई थि और पता नहीं फिर धीरे धीरे वो मेरे मन में अपनी जगह बनाने लगी थि मैं छुटी होने के बाद कोसिस करता की जल्दी से भाग कर जाऊं और उसके साथ जाऊं हालाँकि हम कोई बात नहीं करते थे मैंने हमेशा उसके साथ ही बैठने लगा हमारे जैसे भी सीटिंग होती थि मेरी कोसिस हमेशा उसके आस पास होने की करत थि  मेरे स्कूल छोड़ने के वजह भी उसी से जुडी है में नहीं जनता उसके मन में मेरे लिए कभी कुछ था या नहीं लेकिन उसके दोस्तों की लिस्ट में शायद मेरा नाम भी था उसका दिया हुआ एक गिफ्ट मेरे पास जब तक रहा जब तक मेरा स्कूल चला और वो गिफ्ट कुछ और नहीं उसका एक सुरमा था जो खराब हो गया था वो मुझे कैसे मिला ये में अपनी स्टोरी में बताऊंगा



तो शायद ये दो ही लोग रहे है मेरी स्कूल लाइफ में मेरे दिल के करीब हालाँकि बहुत से लोग आये है  

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