बुधवार, 20 अप्रैल 2016

माफ़ी

आज में दो इंसानों के बारे में लिखने जा रहा हूँ जो में उनसे कभी नहीं कह सका वो आज में अपनी इस dairy के पेज पे लिख रहा हूँ वो दो इन्सान है
लवली अग्रवाल  ( लवी )
वर्षा ठाकुर   ( VT )


लवी मेरा प्यारा सा दोस्त जिसने मुझे एक पागलपन की जिन्दगी जीना सिखाया जिसके साथ रह कर हमेशा अच्छा लगता है ऐसा लगता है जैसे कोई प्यारा सा बच्चा अपनी प्यारी सी आवाज़ में मुझे डांट रहा है बहुत अधिकार समजता है ये मुझपे अपना हमेशा बोलता है तू केवल मेरा BSTII है तेरी जगह कोई नहीं ले सकता मेरी लाइफ में
हाँ लवी सुच है यार की तेरी जगह कोई नहीं ले सकता है क्युकी आज जो जिन्दगी में जी रहा हूँ वो तेरी ही दी हुई वो तू ही है जिसने उसदिन मुझे बचाया था यार वो तू है यार जो हर उस समय रोया जब जब में रोया तूने हमेशा कोशिस की में अपने दिल का सारा दर्द बहार निकल के फेंक दूँ पता है तुझे तू ऐसा करने में 2  बार कामयाब होता होता रह गया पागल दो बार तूने अपनी बातो से मुझे इतना कमजोर कर दिया था में उन दो पलों में जी भर के रोना चाहता था लेकिन मैंने अपने से वादा किया है पागल की में अपने दर्द में इतना खोना चाहता हूँ की उसके बाद दर्द ये कहना छोड़ दे की उसे मेरा और साथ चाइये वो एक दिन कहेगा लवी की आशीष अब में और नहीं आ सकता तेरे दिल में
हाँ मुझसे गलती हुई थि लवी मैंने वो गलती जानबूझकर नहीं की थि बाबु उस दिन मुझे गुस्सा आया था लेकिन में जनता हूँ मेरे कारन तूने अपनी कजिन को खोया था यार लेकिन में अपनी पूरी जिन्दगी में तुजसे उस गलती की माफ़ी मांग नहीं पाउँगा पता है तुजे आज भी वो दर्द और मेरी गलती मुझे तुजसे बाते नहीं करने देती है बहुत मन करता है फिर एक बार तुजसे आके कहूँ कुतिया कामिनी चल अब नोटंकी मत कर जान ह हम दोनों एक दुसरे की लेकिन पता है जब भी तुझे कॉल लगाता हूँ वो पल मेरे आँखों के सामने आ जाता है तेरे वो आंसू मुझे बार बार यहीं कहते है की मैंने तुजसे बहुत कुछ छिना है यार मैंने तेरे विश्वास को तोडा है यार शयद में फिर कभी तुझसे नजर मिला पाउँगा तू जब भी मुझसे ये कहता है ण की में बानसूर आउंगी मन करता है की हाँ कह दूँ की आजा लेकिन अपनी गलती को याद करके हमेशा येही कहता हूँ की तू जब तक यहाँ रहेगा मै यहाँ नहीं रहूगा जनता हूँ की आज और आज के बाद कबी भी हमारे बिच वो पागलपन कभी लोट के नहीं आएगा लेकिन मुझे माफ़ कर देना यार में तुजसे कभी भी अपनी उस गलती की माफ़ी नहीं मांगूंगा क्यूकी लवी मैंने भी तुजे तेरी उस हर गलती माफ़ किया बिना बोले जिन बातों में मुझे अंदर तक तोडा था मुझे ख़ुशी है की आज हम इतने दूर होते हुए भी इतने पास है यार




वर्षा ठाकुर
   वर्ष 2008 ME मैंने अपना पहला फेसबुक a/c  बनाया था मेरी उस id पे एक क्यूट सी लड़की मेरी फ्रंड थि उसके dp में एक लड़की थी जिसके बाल उसके फेस को डंक के रखे हुए थे मुझे उसकी वो पिक अच्छी लगी मैंने उससे ऐसे ही बाते करना आरम्भ कर दिया एक दिन ऐसे ही मैंने पहली बार किसी लड़की से उसका न. माँगा तो इसने मुझे मना नहीं किया बस इतना ही कहा की तुम अपना न. देदो में कॉल कर लुंगी मैंने अपना नॉ इसको दे दिया एक 10 वी क्लास की स्टूडेंट ने पता नहीं क्या सोच कर एक अनजान नॉ पे कॉल कर दिया मैंने वो नॉ रिसीव किया तो उस साइड दे एक प्यारी आवाज़ आई उसका पहला वर्ड " में वर्षा हूँ फेसबुक वाली "
( इससे आगे की पुर कहने के लिए पूरी एक ब्लॉग लिखूंगा )

वर्षा एक ऐसी लड़की जिसने मेरे दी मेरे जीजू से हमेशा बाते की है मेरी दी को बहुत पसंद थि ये लड़की मेरे जीजू ने तो बोल भी दिया था की अगर आशीष चायेगा तो हम इन दोनो की शादी भी करवा देंगे
वर्षा मैंने शयद कभी तुजसे प्यार नहीं किया था तुजे में केवल हमेशा अपना दोस्त मानता था ऐसा में सोचता रहा मुझे पता ही नहीं चला की भगवान ने मेरी किस्मत में तेरा प्यार भी लिखा था लेकिन यार धीरे धीरे मुझे अपने आप से डर लगने लगा था में तुजे अपनी जिन्दगी में एक दोस्त की तरह तो रख सकता था लेकिन जब 2 फरवरी को तूने मुझे अपने दिल की बात बताई थि समझ तो में उसी दिन गया था फिर जब तूने 6 फरवरी को फिर उस दिन रात को मुझसे अपने दिल की बात शेयर की उस दिन मै अपने जीजू के साथ सो रहा था और जीजू हमारी बात सुन रहे थे लेकिन उसके बाद पता नहीं मुझे क्या होने लगा था में अपने डर से डरने लगा था मै  चाहता तो था मेरी जिन्दगी में तेरा प्यार लेकिन तुझे अपने दर्द और डर में सामिल नहीं कर सकता था उसके बाद मैंने तेरा फ़ोन उठाना बंद कर दिया था फिर मैंने ये सोचा की तुझे ना बोलके तेरे प्यार का अपमान नहीं करना चाहता था
मुझे माफ़ कर देना मैंने जो आगे किया उसके कारण आज तू बहुत खुश है अपनी नयी जिन्दगी में
उसके बाद मैंने अपनी दी से ये बोल दिया था की मुझे तुजसे कोई प्यार नहीं है और दी को बोल दिया की आजसे आप वर्षा से बाते नहीं करोगी उसके बाद अपनी सबसे प्यारी दोस्त को मेरी हेल्प के लिया बोला उसने मना किया तो उसको अपनी कसम देकर मनाया वर्षा पता है वो कितना रोति थी मेरे कहने पे उसने ऐसा बेहव करना आरम्भ कर दिया की हमारे बिच कुछ है तुजे पता है तुजे हर साल एक गिफ्ट बेझता था मैं पता है उसका क्लेक्स्न मैंने पुरे बाज़ार में घूम के करता तुजे उस दिन भी मैंने एक गिफ्ट बेजा था लेकिन वो दुनिया का सबसे घटिया गिफ्ट था जब मैंने लवी को बताया की मैंने ऐसा कोई गिफ्ट तुजे बेझा है तो वो कितना लड़ी मुझसे उसने तो उस दिन मेरी कसम भी तोड़ने का मन बना लिया था लेकिन वो हमारी दोस्ती की कसम नहीं तोड़ सका उसके बाद वोही हुआ यार जो मैंने सोचा था तूने वो गिफ्ट देख कर सब सुच मान लिया और लवी को वो SMS किया जिसमे तूने अपनी स्टाइल लगायी और सब कुछ लवी को सुनाया और लास्ट में लिखा की ये SMS लवी आप मत पड़ना आशीष को बेझना वर्षा तू हमेशा ये सोच कर खुश है की तूने एक बुरे इन्सान को अपनी लाइफ से भाहर कर दिया और में ये सोच के खुश हूँ की तू अपनी लाइफ में खुश है अपने नए प्यार के साथ

तेरी ख़ुशी के लिए ये जरुरी था लेकिन अगर तूने अपने प्यार पे विस्वास किया होता तो आज दुनिया में हम बहुत खुश होते यार लेकिन अब भी खुश है तू अपने जिन्दगी में में तेरी ख़ुशी में

I MISS U
वर्षा

MERI EK SBSE BURI SACHAI

आज जो म बताने जा रहा हूँ वो मेरी जिन्दगी की सबसे भयानक सचाई है हो सकता है इसको जानने के बाद बहुत से लोग मुझसे दोस्ती रखते है प्यार करते है वो मुझसे नफरत करने लग जाये लेकिन ये सचाई है जिसे छुपाने से म किसी का दोषी  नहीं बनना चाहता हूँ हाँ में पढने वालो से ये भी चाहता हूँ की वो इसके लिए मेरे अलावा किसी को दोषी ण माने



वो जून का महिना था उस समय तक मैंने बहुत कुछ खो चूका था और एक दिन अपनी आखरी उमीद भी खो के आया 7 जून 2015 मेरी जिन्दगी का एक सबसे कमजोर और शायद बुरा दिन उस दिन दोपहर में बहुत गर्मी हो रही थि मैंने बाज़ार से एक फिनाईल की सीशी लेकर आया और टेरिस पे बैठ के उसको पि लिया मैंने लगभग 400 ml पिया होगा मुझे खून की उल्टियाँ होने लगी थि उस समय मैं अपनी सबसे अच्छी दोस्त लवली अगरवाल से बाते कर रहा था उसने जान लिया की कुछ प्रोब्लम है और उसने मेरे दोस्त को कॉल किया उसके बाद क्या क्या हुआ मुझे कुछ अच्छे से याद नहीं है मुझे चक्कर आने लगे थे मेरे दोस्त आये टेरिस पे और मुझे जल्दी से जल्दी निचे लेकर जाने लगे उसके बाद एक मोटरसाइकिल पर मुझे एक निजी होस्पिटल लेकर गए वहां से हमे sms jaipur में बेझा गया
उस दिन के बाद मुझे 3 महीने तक नींद नहीं आती थि अच्छे से म पूरी पूरी रात जागता रहता था उस दोरान मैंने बहुत सारी नींद की गोलियां भी खायी थि एक एक रात में 10 - 10 गोलियां खाता था तब भी निनी नहीं आता था जिस दुकान से म वो गोलियां लाता था उसको पता लग गया की में एक रात में पूरा पता खा जाता हूँ एक दिन उसने मुझे एक हवी डोज की गोली दी थि और खा था की एक या दो ही खाना मैंने एक साथ 5 खा ली थि फिर भी निनी नहीं आया तो बची हुई भी खा गया उसके बाद बहुत तेज चक्कर आया और मुझे याद नहीं म कब सोया सुबह  मेरी आँखों में और सर में दर्द हो रहा था भयंकर उस दिन उसको पता लग गया तो मुझे गोलियां मिलनी बंद हो गई ककी यहाँ सबी मेरे पापा को जानते है तो किसी ने भी देने से मना कर दिया था उसने भी कर दिया उसके बाद शायद 7 दिन के बादमैंने  एक दोस्त जो मेरी फेसबुक में था  तो मैंने उससे इस बारे में बाते की तो उसने कहा  की एक इलाज तो है अगर कर सके तो मैंने बोला की बताओ तो उसने कहा की सेक्स कर लो मैंने उसको बुरा भला कहा और उससे दो दिन बात नहीं की उसके बाद उसने फिर मुझे मैसेज बेजा तो मैंने उसकी बात को सुना लेकिन उस्ससे कहा की मैंने ऐसा कुछ नहीं करना है तब उसने मुझे कहा ठीक है मत करो एक काम तो कर लो मैंने बोला क्या तो खा की अस्तमैथुन ( masterbut ) जानते हो मैंने खा हां तो उसने खा की करना आता आहे मैंने कहा हाँ मैंने बचपन में किया था एक दो बार दोस्त के साथ लेकिन मैंने बोला मै कैसे करूँगा तो उसने मुझे एक साईट बताई और बोला उसमे कुछ कहानियाँ है पढ़ लो अपने आप हो जायेगा




हाँ ये सुच है की उसके बाद मैंने उसको तरीका का इस्तमाल किया तो मुझे बहुत अच्छा निनी आया मैं आज भी सो नहीं पता हूँ मैंने बहुत कोसिस की है सोने की यारो लेकिन मुझे नहीं पता मेरा निनी कहा है कब आएगा लेकिन हाँ आज भी सोने के लिए में इसका यूज़ करता हूँ अब आपको जो अच्छा लगे वो कर सकते है लेकिन जो जैसा था मैंने बता दिया मैंने आज भी रात को सो नहीं सकता हूँ

मुझे हो सके तो माफ़ कर देना लेकिन म मजबूर हूँ 

मंगलवार, 19 अप्रैल 2016

gf ek word

GF
   इसका मतलब शयद यही तो है एक लड़की दोस्त का होना , क्या इतना छोटा सा है ये वर्ड नहीं बहुत से लोगो के लिए इसका बहुत बड़ा मतलब है आज हम जिस दिशा में आगे बड रहे है वहां इसका मतलब बहुत बदल गया है लोग बोलते है एक लड़का और लड़की जब एक दुसरे को पसंद करते है तो वो GF BF होते है हाँ सही हो सकता है पसंद का नाम GF BF हो सकता है लेकिन इसको प्यार का नाम देना गलत है क्यूकी प्यार में मतलब नहीं होता है
प्यार एक इश्वर की प्राथना है जिसका स्वरूप बहुत सुन्दर है भगवान ने गुलाब का फूल प्यार के लिए बनाया है एक बार उसको ध्यान से देखे क्या दीखता है उसकी बनावट में ऊपर से देखे कितनी पतियाँ एक दुसरे में खोयी हुई है वो सबी एक दूसरी से लिपटी हुई है हमे ये भी नहीं पता चलता की वो किसके सहारा लेकर खड़ी है अब जरा उसकी एक पति को तोड़ के देखो उसको तोड़ने में थोडा जोर लगेगा लेकिन जब आप एक पत्ती को तोड़ लेंगे उसके बाद वो फूल खुद अपने आप बिखर जाएगा
इसको ऐसे ही प्यार का प्रतीक नहीं कहा जाता है इसकी बनावट से बताया गया है की प्यार कब होता है किस्से होता है बता के नहीं होता है लेकिन जब प्यार का एक विश्वास टूटने लगता है या कोई शक प्यार में आने लगता है जब कोई और की कही हुई बाते हमारे विश्वास को हिलाने लग जाये तब समझ लेना चाइये की अब कहीं ण कहीं आपके प्यार के गुलाब की एक पंखुड़ी टूटने लग गई है लेकिन अपने प्यार पे हमेशा इतना विश्वास रखना की जब कभी जिन्दगी में उसको किसी के साथ की जरूरत हो उस समय तुम अपना हाथ आगे बड़ा के बोलो की म हूँ तुम्हारे साथ देखना उसके बाद दुनिया की कोई भी ताकत शक तुमरे प्यार को झुकाने की हिमत नहीं रखेगा

अगर इतना विश्वास किसी पे कर सको तबी उससे बोलना की तुमे उससे प्यार है क्यूकी प्यार का पहला अक्षर अधुरा है जिसको आपका विश्वास ही पूरा कर सकता है
अगर इतना प्यार कहीं हो तो प्ल्ज्जज्ज्जज्ज्ज्ज़ उसको GF BF जैसा शब्द मत देना क्यूकी प्यार का मीन्स विश्वास है ण की एक मतलब है प्यार के रिस्तो के लिए कोई वर्ड नहीं होता है क्यूकी प्यार में दो लोग नहीं होते है एक ही होते है और GF BF में दो लोग चाइये अब सोचना आपको है की आप क्या हो किसी की GF BF या किसी का विश्वास
GF BF कभी भी खत्म होने वाला एक रिश्ते का नाम प्यार खत्म हो जाये तो वो प्यार नहीं है प्यार बदलता नहीं है वो एक दुसरे की इबादत करना सिखाता है वो एक दुसरे का यूज़ करना नहीं सिखाता है इसलिए कबी किसी के GF BF मत बनना ककी दुनिया में इससे अच्छा  रिश्ता दोस्ती का होता है


मुझे नहीं पता आपको कैसे लगेगा इसको पढ़ कर लेकिन मेरे लिए GF BF एक बहुत बेकार रिश्ता है उससे अच म किसी का दोस्त बनना पसंद करूँगा प्यार वो तो अपने आप हो ही जायेगा उसको दुन्दने की जररत नहीं है दोस्तों
 

बुधवार, 6 अप्रैल 2016

प्यार

हाय दोस्तों
      प्यार एक ऐसा शब्द है दुनिया का जिसको सुन कर दिल को अच्छा लगता है लगता है की कुछ तो है कोई तो अच्छा शब्द सुना
 प्यार एक शब्द नहीं है एक ऐसी भावना है जिसके रूप अनेक है लेकिन सभी रूपों में ये दिल को आराम देता है सुना है की प्यार के कारण कुछ लोग फिर लोट कर आजाते है या फिर जिन्दगी को फिरसे जीने लगते है प्यार हमारे जनम से लेकर मृत्यु तक हमे मिलता है कभी माँ के रूप में कभी दोस्तों के रूप में कभी एक खाश मनुष्य के साथ में तो कभी बचचो के रूप में वो हमेशा होता है
         लेकिन इन सभी प्यार में हमारी आज की जिन्दगी में प्यार का सबसे बड़ा मतलब उस इन्सान से हो गया है जो हमारी जिन्दगी में एक समय आता है एक ऐसा इन्सान जिसके साथ बाते करना अपनी भावनाए बताना जिसको सुनना जिसको हमेशा अपने पास होने के अहसास में जीना
       ये प्यार किसी भी इन्सान को किसी से भी हो सकता है इसके लिए कोई सीमा नहीं है जिसमे उम्र जाती पैसा कोई सम्बन्ध नहीं रखता है जहाँ केवल उस इन्सान की खुशियाँ महत्व रखती है जिसमे उस इन्सान की खुशियाँ ही दुसरे की चाहत होती है ऐसा प्यार किसी को भी जिन्दगी जीने के लिए बहुत है
      लेकिन प्यार के भी दो तरीके है

                    एक प्यार वो जो आप किसी को करते है जिसमे आपके लिए कोई और महत्व रखता है जिसमे आप किसी और की खुशियों के लिए जीना चाह्ते है जहाँ आपकी सभी सपने केवल उस एक इन्सान से ही जुड़े होते है
                  और एक प्यार वो जो कोई और इन्सान आपसे करता है जहाँ आप किसी के सपने का एक हिस्सा होते है जहाँ आपकी खुशिया किसी और इन्सान के जीने के वजह होती है जहाँ आपके लिए गए निर्णय से आपसे ज्यदा किसी और के दिल को प्रभावित करते है
          मैं नहीं जानता की कोनसा प्यार सही है लेकिन हाँ शयद जिन्दगी जीने के लिए मेरा मानना है की वो प्यार के साथ हमे रहना चाइये जिसमें हम किसी और के सपनो से जुड़े है क्युकी मेरे अनुसार ऐसा प्यार होसकता है आपके लेवल का ना हो हो ससकता है आपसे बहुत अलग होगा लेकिन जिन्दगी में ऐसा प्यार आपके साथ हमेशा खड़ा रहेगा ऐसा प्यार आपको श्यायद कभी जिन्दगी में गिरने नहीं देगा दोस्तों
लेकिन क्या प्यार सभी के लक में होता है क्या शायद होता होगा लेकिन कुछ लोग इतने बुरे होते है जो अपनी लाइफ में आये प्यार को खो देते है मै भी उनमे से एक हु मेरी लाइफ में भी प्यार आया था लेकिन कहते है ना कुछ लोग प्यार का सही मतलब उस समय पहचानते है जब तक की वो चला जाता है  आज में अपने अनुभंव से एक ही बात बोलता हूँ की प्यार जब भी लाइफ में आये उसको कभी मत जाने देना उससे प्यार करना जो आपसे प्यार करे ना की उससे जिससे आप प्यार करते हो हाँ अगर जिससे आप प्यार करते हो वो भी अगर आपसे प्यार करता है तो हमेशा उसके बन कर रहना


शायद प्यार का एक अच्चा रूप तो येही है

मंगलवार, 5 अप्रैल 2016

दोस्त (स्कूल लाइफ के )

दोस्त : -  ऐसे लोग जिनका रिश्ता भगवान् में खून का नहीं बनाया है लेकिन ऐसा रिश्ता बनाया है जो खून से भी बड़कर है ऐसे इन्सान जिनके बिना जिन्दगी केवल जिया जाता है इनके साथ उसको इंजॉय किया जाता है  ऐसे ही कुछ इन्सान मेरी भी लाइफ में आये है लेकिन मेरी लाइफ में दोस्ती लम्बे समय तक नहीं रही है इसलिए यहाँ में केवल उन इंसानों के बारे में बताऊंगा जो मेरी लिए बहुत जरुरी रहे है
हिमांशु : -  मेरा सबसे पहला दोस्त मेरे लाइफ में ये इन्सान उस समय आया जब में ६ क्लास में था मेरे स्कूल का दोस्त हमारी जानकारी कैसी हुई मुझे याद नहीं है लेकिन मुझे इतना याद है की हम दोनों का एक दुसरे के बिना कुछ नि होता था जब भी एक दोस्त स्कूल नहीं आता था तो सभी क्लासमेट कहते थे की आज दूसरा भी नहीं आएगा हमारी दोस्ती बहुत लम्बे समय तक रही थी मेरी स्कूल लाइफ का अगर कोई दोस्त है तो वो केवल येही इन्सान है  हमारी दोस्ती की कुछ भुत प्यारी यादें है जिनको में आगे बताऊंगा
अमिता शर्मा ( नाम बदला हुआ है ) : -  मैंने SMS स्कूल अपनी क्लास 5 में ज्वाइन करी थी class 6 में मेरी क्लास में एक लड़की आई थी वो मेरे साथ मेरे बचपन के स्कूल में भी साथ थी लेकिन मुझे वहाँ का कुछ उससे जुडा याद नहीं है क्लास 8 में मैंने उसको पहली बार ध्यान से देखा था जब हमारे पानी पिने के जगह पर वो मुझसे टकराई थि और पता नहीं फिर धीरे धीरे वो मेरे मन में अपनी जगह बनाने लगी थि मैं छुटी होने के बाद कोसिस करता की जल्दी से भाग कर जाऊं और उसके साथ जाऊं हालाँकि हम कोई बात नहीं करते थे मैंने हमेशा उसके साथ ही बैठने लगा हमारे जैसे भी सीटिंग होती थि मेरी कोसिस हमेशा उसके आस पास होने की करत थि  मेरे स्कूल छोड़ने के वजह भी उसी से जुडी है में नहीं जनता उसके मन में मेरे लिए कभी कुछ था या नहीं लेकिन उसके दोस्तों की लिस्ट में शायद मेरा नाम भी था उसका दिया हुआ एक गिफ्ट मेरे पास जब तक रहा जब तक मेरा स्कूल चला और वो गिफ्ट कुछ और नहीं उसका एक सुरमा था जो खराब हो गया था वो मुझे कैसे मिला ये में अपनी स्टोरी में बताऊंगा



तो शायद ये दो ही लोग रहे है मेरी स्कूल लाइफ में मेरे दिल के करीब हालाँकि बहुत से लोग आये है  

मेरा परिवार

जिन्दगी के बारे में कुछ लिख रहा हूँ हमारे जिन्दगी में परिवार माँ पापा भाई बहन का बहुत बड़ा एक रोल होता हे आज कुछ लिख रहा हूँ उनके बारे में
पापा : - सबसे पहले पापा के बारे में लिख रहा हूँ मेरे पापा बोल और सुण नहीं सकते है वो जन्म से ऐसे ही है हमने बचपन से पापा को एक लीडर के रोल में देखा है वो हमेशा अपने परिवार के लिए खड़े रहे है
 लेकिन पापा का एक रूप इसके विपरीत भी है जो की हमेशा से हमारे लिए डरावना रहा है उनको गुस्से में कुछ याद नहीं रहता है
माँ : -  दुनिया में माँ एक ऐसा भगवन का तोफहा है जिसको कहा जाता है की वो उसका ही रूप है  मतलब भगवान् ही माँ के रूप में आता है मेरी माँ भी शायद ऐसे ही थि वो बहुत मजबूत इन्सान है किसी के डरना उनोने नहीं सिखा है हमारा बचपन बहुत बुरा था हमारी माँ ने हमे पाल पोश के बड़ा किया है
बहन : -  बहन मीन्स आपकी सबसे प्यारी दोस्त जिसके साथ आप लड़ते है जिससे प्यार करते है जिसकी शादी के बाद उसको केवल मिस ही किया जा सकता है एक ऐसा इन्सान ज्सिके साथ आप सबी कुछ शेयर कर सकते है I LOVE U DIDI  मेरी बहन मुझसे छोटी है लेकिन मेरे लिए मेरी दी है वो
भाई : -  हमारे परिवार का सबसे छोटा बन्दा है मेरी बस एक ही ख्वाइश है की वो अपनी लाइफ में कुछ बन जाये में अपने मेहनत से एक बड़ा सा बिजनेस खड़ा करके उसको देकर चला जाऊंगा अपने लिए जीने
ये है मेरा परिवार लेकिन कहते है कुछ लोग लाइफ में अपनों से ज्यदा अपने होते है आज उनसे मिलवाता हु
जीजू  : -  मेरी दी की शादी ३० अप्रैल २०१२ को हुए थी मेरे जीजू दुनिया के सबसे अच्छे इन्सान है आज म जो भी हूँ और जब भी अपनी लाइफ में आगे बढूँगा उसके पीछे जो सबसे बड़ा सहारा मेरे जीजू है मुझे नहीं पता मैंने क्या आचे कार्य किये थे जो मेरी लाइफ में आये में हमेशा आपका शुक्रगुजार रहूँगा

शनिवार, 11 जुलाई 2015

मेरा नाम आशीष अग्रवाल है आज से मै अपनी ज़िंदगी के वो अच्छे और बुरे पल लिखने जा रहा हूँ जिनको मैंने जिया है पता नहीं ये सही है या गलत है
मै अपनी ज़िंदगी मे लिखने की शुरुआत कहा से करू नहीं पता मुझे


आज से फिर एक बार प्रयास किया है लिखनी का दिनांक ४/५/२०१६